श्यामा कर ना बहाना,
तेनु आज मैं नचाना,
बाह फड़ तेरी श्यामा,
तेरे नाल गिद्दा पाना,
एजी मुरली बजावी,
नाल सबनूँ नचाई,
तेरी फुल्ला जेहि प्यारी,
ए मुस्कान वे श्यामा
नचना नचना मैं अज,
तेरे नाल वे श्यामा।।
तर्ज – वे तू लौंग वे मैं लाची।
तेरे नाम दी खुमारी,
सानू चढ़ गई भारी,
नाईयो डर हुन सानू,
नचा अज रात सारी,
तेरे पीछे जाना भूल,
ए जहान वे श्यामा,
नचना नचना मैं अज,
तेरे नाल वे श्यामा।।
वृंदावन विच श्यामा,
तूँ तां नचेया वथेेरा,
तेनू पता लग जाना,
नाल ला तूँ साढ़े फेरा,
तेनु याद आ जानी,
ओहियो रास वे श्यामा,
नचना नचना मैं अज,
तेरे नाल वे श्यामा।।
‘तुलसी’ भूल नाइयों जाना,
जेड़ा प्यार एथे पाना,
भूल दुनियां नूं श्यामा,
तूँ तां मुड़ इत्थे आना,
तेरी मुरली दी मीठी मीठी,
तान वे श्यामा,
नचना नचना मैं अज,
तेरे नाल वे श्यामा।।
श्यामा कर ना बहाना,
तेनु आज मैं नचाना,
बाह फड़ तेरी श्यामा,
तेरे नाल गिद्दा पाना,
एजी मुरली बजावी,
नाल सबनूँ नचाई,
तेरी फुल्ला जेहि प्यारी,
ए मुस्कान वे श्यामा
नचना नचना मैं अज,
तेरे नाल वे श्यामा।।
Singer – Sunita Bagari
– लेखक एवं प्रेषक –
– रोशन स्वामी”तुलसी” –
संपर्क – 9610473172