श्याम की सेवा मिले,
और कुछ मिले ना मिले,
श्याम की छाया तले,
ना रहें शिकवे ना रहें कोई गिले।।
श्याम बना है जबसे साथी,
परवाह नहीं कल की,
ना कोई चिंता ना कोई शंका,
चाह नहीं फल की।।
बीते लम्हे जीवन के मैं,
जब जब याद करूँ,
श्याम कृपा जो पाई मैं तब,
तब एहसास करूँ।।
इतराऊँ क़िस्मत पे मेरी,
श्याम का प्यार मिला,
शीश के दानी खाटू वाले,
का दरबार मिला।।
थामे रखना हाथ सदा तुम,
दास की ये विनती,
अपने प्यारों में ही करना,
आप मेरी गिनती।।
श्याम की सेवा मिले,
और कुछ मिले ना मिले,
श्याम की छाया तले,
ना रहें शिकवे ना रहें कोई गिले।।
Singer – Saket Bairoliya
Upload – Anurag More
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