श्याम कुंड की महिमा का,
किन शब्दों में गुणगान करे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।।
तर्ज – क्या मिलिए ऐसे लोगो।
ये वो पावन कुंड है जिसमे,
प्रकट हुए है बाबा श्याम,
बूँद बूँद में श्याम समाये,
एक गोते में हो कल्याण,
स्नान करे जो श्यामकुण्ड में,
लाख चौरासी फंद कटे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।।
स्वर्ग लोक कैसा होता है,
खाटू जाकर देख लिया,
दामन खुशियों से भर डाला,
जब से माथा टेक लिया,
बनके ढाल भक्त की चलता,
रोड़े पथ के दूर करे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।।
संकट की बारिश के समय में,
इस जल का उपयोग करो,
श्याम बहादुर श्याम धणी की,
किरपा का एहसास करो,
लाल के भाव अगर हो सच्चे,
जल अमृत का काम करे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।।
श्याम कुंड की महिमा का,
किन शब्दों में गुणगान करे,
अमृत सा जल श्याम कुंड का,
हो जाते सब कष्ट परे।।
Singer – Pulkit Singla