द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे,
श्याम प्रभु तुम दया करो,
करूँ तुम्हारी चरण वंदना,
कष्ट हमारे विदा करो,
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे।।
तर्ज – फूल तुम्हे भेजा।
तुमको है मालूम सभी कुछ,
घेर खड़े है ग़म कितने,
तुमसे नहीं तो किससे कहे,
लाचार बड़े है हम कितने,
तुमसे है ये विनती मेरी,
क्षमा करो अपराध मेरे,
भीड़ दुखो की घेरे खड़ी है,
कोई नहीं है साथ मेरे,
करूँ तुम्हारी चरण वंदना,
कष्ट हमारे विदा करो,
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे।।
दुनिया की क्या बात करूँ मैं,
परछाई भी दुश्मन है,
राहें हो गई अंगारो सी,
आग में जलता जीवन है,
हाथ धरो मेरे सिर के ऊपर,
शीतल सी छाया कर दो,
हो जाए दुःख दूर हमारे,
तुम ऐसी माया कर दो,
करूँ तुम्हारी चरण वंदना,
कष्ट हमारे विदा करो,
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे।।
कब काटोगे श्याम हमारी,
किस्मत की जंजीरों को,
रंग दो खुशियों से हाथों की,
इन बेरंग लकीरों को,
दया करो हे खाटू वाले,
दर दर की ठुकराई हूँ,
न्याय मिलेगा दर पे तुम्हारे,
यही सोच के आई हूँ,
Bhajan Diary Lyrics,
करूँ तुम्हारी चरण वंदना,
कष्ट हमारे विदा करो,
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे।।
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे,
श्याम प्रभु तुम दया करो,
करूँ तुम्हारी चरण वंदना,
कष्ट हमारे विदा करो,
द्वार खड़ी श्री श्याम तुम्हारे।।
Singer – Tara Devi