श्याम सजने लगा,
लीले चढ़ने लगा,
खाटू धाम से आएगा,
हमसे मिलने संग खुशियां लाएगा,
आएगा मेरा बाबा वो श्याम सांवरा,
आस है मेरी बाबा सुन श्याम सांवरा।।
तर्ज – ढोल बजने लगा।
आएंगे खाटू वाले मोरछड़ी थाम के,
प्यासे हैं बाबा हम तेरे दीदार के,
मुखड़ा दिखा दो कीर्तन की ज्योत में,
इत्र की महक आई लीले की टप आई,
खाटू से चलके श्यामा आये हैं,
आएगा मेरा बाबा वो श्याम सांवरा,
आस है मेरी बाबा सुन श्याम सांवरा।।
हमने बुलाया देखो आये बाबाश्याम जी,
मन की तुम बात करलो बैठे बाबाश्याम जी,
कीर्तन की रात बाबा भक्तों के बीच में,
कलयुग में ये आया हम सबके मन भाया,
खाटू से मेरे श्याम आये हैं,
आएगा मेरा बाबा वो श्याम सांवरा,
आस है मेरी बाबा सुन श्याम सांवरा।।
तुझको रिझाये बाबा भजनो के राग में,
सबको नचायें हम तेरे दरबार में,
भजन सुनाये ‘रोहित मयूर’ तेरे नाम के,
कीर्तन में तू आया आनंद है छाया,
हारे का साथ देता सांवरा,
आएगा मेरा बाबा वो श्याम सांवरा,
आस है मेरी बाबा सुन श्याम सांवरा।।
श्याम सजने लगा,
लीले चढ़ने लगा,
खाटू धाम से आएगा,
हमसे मिलने संग खुशियां लाएगा,
आएगा मेरा बाबा वो श्याम सांवरा,
आस है मेरी बाबा सुन श्याम सांवरा।।
Singer – Mayur Singh Bais & Rohit Bhawsar