श्याम सुंदर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना,
नाम मुरली में ले ले के मेरा,
नाम मुरली में ले ले के मेरा,
मुझे घर से बुलाया करो ना,
श्याम सुन्दर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना।।
तेरे काँधे पे काली कम्बलिया,
और मुख पे है प्यारी मुरलिया,
मेरे घर के अगाड़ी पिछाड़ी,
मेरे घर के अगाड़ी पिछाड़ी,
तुम चक्कर लगाया करो ना,
श्याम सुन्दर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना।।
जितना जी चाहे माखन खा लो,
घर में माखन की कोई कमी ना,
पर सखियों के घर जा जा के,
पर सखियों के घर जा जा के,
तुम माखन चुराया करो ना,
श्याम सुन्दर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना।।
वो वृन्दावन गोकुल की गलियां,
जहाँ रहती है राधा की सखियाँ,
तुमने पहले तो सबको हसाया,
तुमने पहले तो सबको हसाया,
फिर हसा कर रुलाया करो ना,
श्याम सुन्दर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना।।
श्याम सुंदर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना,
नाम मुरली में ले ले के मेरा,
नाम मुरली में ले ले के मेरा,
मुझे घर से बुलाया करो ना,
श्याम सुंदर सवेरे सवेरे,
तुम मुरली बजाया करो ना।।