श्याम तेरा दर मुझको तो,
घर जैसा लगता है,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
तर्ज – प्यार दीवाना होता है।
मिलने को तुझसे जितना,
रहूँ बेक़रार,
तुझे भी तो होता होगा,
मेरा इंतजार,
ग्यारस आते ही ये मन,
मचलने लगता है,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
रखता ही होगा तू भी,
मेरी खबर,
सोचूं मैं तुझको जैसे,
शामो शहर,
तेरी यादों में रहना,
मुझे अच्छा लगता है,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
विदा तुझसे लेकर जब मैं,
जाता हूँ दूर,
सिसकता तो होगा तू भी,
ऐ मेरे हुजुर,
आंसू बनकर तू मेरी,
आँखों से बहता है,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
‘तरुण’ कहे इस रिश्ते को,
क्या नाम दूँ,
पहचान तुझसे है क्या,
पहचान दूँ,
बाबा मुझको तू मेरा,
अपना सा लगता है,
Bhajan Diary Lyrics,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
श्याम तेरा दर मुझको तो,
घर जैसा लगता है,
तू ही बता मुझसे मिलकर,
तुझे कैसा लगता है।bd।
Singer – Rajni Rajasthani