और नहीं कुछ भी मैं चाहूँ,
श्याम तेरा साथ मैं पाऊँ,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ।।
तर्ज – और नहीं कुछ तुमसे।
बिन बाती ज्यूँ दीपक सूना,
वैसे ही मैं तुझ बिन हूँ ना,
तेरे विरह की पीर सहुँ ना,
बिन तेरे बनवास बिताऊं,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ।।
जब सोऊँ सपनो में आओ,
पलकों में हे श्याम समाओ,
‘हर्ष’ तेरा दीदार कराओ,
मन आँखों से दर्शन पाऊं,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ।।
और नहीं कुछ भी मैं चाहूँ,
श्याम तेरा साथ मैं पाऊँ,
श्याम तेरा साथ मै पाऊँ।।
Singer – Priti Sargam Singh