श्याम तेरे रंग में,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
तर्ज – कभी राम बनके।
श्याम तूने ये कैसा रंगाया,
सबके मनवा में तू ही तू छाया,
रंग ये ना उतरे उसपे फागुन रुत रे,
जपूँ तेरी ही निश दिन माला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
श्याम चुपके से तूने रंगाया,
नही समझी मैं तेरी माया,
तेरे सपने रातो में,
छवि तेरी आँखो में,
तेरा मुखड़ा लगे भोला भाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
श्याम काहे गुलाल लगाया,
तेरा लाल रंग मोहे भाया,
रंग ये ना छूटे,
जग चाहे छूटे,
मन मेरा हुआ रे मतवाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
श्याम चुनरी भी तूने भीगाया,
हाए कितना रे मोहे सताया,
तेरी याद आए मोहे लाज आए,
कैसा जादू ये तूने कर डाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
श्याम हाथ ना तेरे आऊं,
कही जाके दूर छुप जाऊँ,
राधे राधे तू कहे,
संग बंशी जो बजे,
फिर मनवा ना जाए संभाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
श्याम तेरे रंग में,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला,
श्याम तेरे रंग मे,
संग होली रंग में,
सारी ब्रज की रंगी ब्रज बाला।।
Singer : Anjali Jain