कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार,
दर्शन पाने खातिर हमको,
सब कुछ है स्वीकार,
श्याम तू दर्शन दे दे,
हमें चरणों में ले ले,
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार।।
तर्ज – सब धामों से धाम निराला।
श्याम तेरा दर्शन,
लागे बड़ा प्यारा,
कितनो का तूने,
जीवन संवारा,
हम पर अपनी कृपा कर दो,
पाएं तेरा दीदार,
दर्शन पाने खातिर हमको,
सब कुछ है स्वीकार,
श्याम तु दर्शन दे दे,
हमें चरणों में ले ले,
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार।।
जाऊँगा खाली ना,
आज तेरे दर से,
रहमो करम पर हूँ,
बाबा तेरे कब से,
कैसे करोगे अब तुम बोलो,
भक्तों को इंकार,
दर्शन पाने खातिर हमको,
सब कुछ है स्वीकार,
श्याम तु दर्शन दे दे,
हमें चरणों में ले ले,
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार।।
‘रूबी रिधम’ ने डाला,
दर पे तेरे डेरा,
दर्श दिखाने में ना,
मोल लागे तेरा,
अब ना टाल मटोल करो तुम,
कर लो ये इक़रार,
दर्शन पाने खातिर हमको,
सब कुछ है स्वीकार,
श्याम तु दर्शन दे दे,
हमें चरणों में ले ले,
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार।।
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार,
दर्शन पाने खातिर हमको,
सब कुछ है स्वीकार,
श्याम तू दर्शन दे दे,
हमें चरणों में ले ले,
कृष्ण मुरारी खोलो किवाड़ी,
भक्त खड़े तेरे द्वार।।
Singer – Kanchi Bhargaw
Lyricist – Ruby Garg (Ruby Ridham)