श्याम तुम्हारे जन्मदिवस पर,
बोलो क्या उपहार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें।।
बाबा तेरे जन्मदिवस पर,
तुमको खूब सजाया है,
कसर कोई ना छोड़ी हमने,
बनड़ा तुम्हे बनाया है,
आओ सबसे पहले बाबा,
तेरी नज़र उतार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें।।
तेरी कृपा से ही हम सब,
सारे त्यौहार मनाते है,
तेरे लाड़ लड़ाने के तो,
मौके कम ही आते है,
इतना अच्छा मौका बाबा,
कैसे आज बिसार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें।।
तेरे दीवानों को ज़रूरत,
तेरे एक इशारे की,
बोल के देखो तोड़ के ला दे,
‘सोनू’ चांद सितारे भी,
तन मन अपना वार चुके है,
जीवन अपना वार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें।।
श्याम तुम्हारे जन्मदिवस पर,
बोलो क्या उपहार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें,
हीरों का हार दें या अपना प्यार दें।।
गायक – आकाश जी गुप्ता।
लेखक – श्री सुनील कुमार गुप्ता।