सिर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।
दोहा – रामा सामा आवजो,
कलजुग बहे रे करूर,
अरज करू अजमाल रा,
हेलो साम्भलजो हुजूर।
अरे बात को घाटो रे फिर,
कई बात को घाटो,
बात को घाटो रे फिर,
कई बात को घाटो रे,
सिर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
भादरवा में मेलो लागे,
भीड़ घणी भगतो री लागे,
भादरवा मे मेलो लागे,
भीड़ घणी भगतो री लागे,
ए सारे सबरा बिगडीया काज,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
गाँव रूनीचो धाम है सोवे,
मूरत भगतो रे मन मोवे,
अरे गाँव रूनीचो धाम है सोवे,
मूरत भगतो रे मन मोवे,
के पाला आवे नर ने नार,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
ढोल नगाडा शंख बजावे,
घिरत चूरमा रो भोग लगावे,
ढोल नगाडा शंख बजावे,
घिरत चूरमा रो भोग लगावे,
के गावे गावे मंगला चार,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
निकलंक नेजा धार कहावे,
भगत चरण में शिश निवावे,
निकलंक नेजा धार कहावे,
भगत चरण में शिश निवावे,
के आवे दिन दुखी संसार,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
‘प्रकाश माली’ जगत सु गावे,
श्री चरणों में शिश निवावे,
‘प्रकाश माली’ जगत सु गावे,
श्री चरणों में शिश निवावे,
के ध्यावे ध्यावे दिन ने रात,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
अरे बात को घाटो रे फिर,
कई बात को घाटो,
बात को घाटो रे फिर,
कई बात को घाटो रे,
सिर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो,
सर पर रामदेव जी रो हाथ,
फिर कई बात को घाटो।।
स्वर – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818