सोनाला रो धाम सोवनो,
अरे भेरूजी मापर किरपा किजो,
माने दर्शन दिजो,
अरे खेतलाजी मारी अरज सुनो,
अरे भेरूजी मारी अरज सुनो।।
ए दूर दूर ती आवे जातरू,
दूर दूर ती आवे जातरू,
बालक नर ने नारी,
ओ भेरूजी मारी अरज सुनो,
ओ खेतलाजी मारी अरज सुनो,
सोनाला रों धाम सोवनो,
अरे भेरूजी मापर किरपा किजो,
माने दर्शन दिजो,
अरे खेतलाजी मारी अरज सुनो,
अरे भेरूजी मारी अरज सुनो।।
ए मेवा मिठाई रा भोग लगावु,
ए मेवा मिठाई रा भोग लगावु,
फुलडा रो हार चढावा,
अरे फुलडा रो हार चढावा,
ओ भेरूजी मारी अरज सुनो,
ओ खेतलाजी मारी अरज सुनो,
सोनाला रों धाम सोवनो,
अरे भेरूजी मापर किरपा किजो,
माने दर्शन दिजो,
अरे खेतलाजी मारी अरज सुनो,
अरे भेरूजी मारी अरज सुनो।।
ए कस्तुरीजी भोपोजी पधारे,
अरे चम्पालालजी भोपोजी पधारे,
आका मनोज जी दिरावे,
आका मनोज जी दिरावे,
ओ भेरूजी मारी अरज सुनो,
ओ खेतलाजी मारी अरज सुनो,
सोनाला रों धाम सोवनो,
अरे भेरूजी मापर किरपा किजो,
माने दर्शन दिजो,
अरे खेतलाजी मारी अरज सुनो,
अरे भेरूजी मारी अरज सुनो।।
सोनाला रो धाम सोवनो,
अरे भेरूजी मापर किरपा किजो,
माने दर्शन दिजो,
अरे खेतलाजी मारी अरज सुनो,
अरे भेरूजी मारी अरज सुनो।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818