सुख पायेगा,
जय श्री श्याम सिमर ले,
श्याम नाम सिमर के अपनी,
जिभ्या पावन करले रे,
सुख पाएगा,
जय श्री श्याम सिमर ले।।
श्याम शरण में जो भी आया,
बदली है तदबीर,
मेरे श्याम को पाकर बन गई,
लाखो की तकदीर,
श्याम प्रभु की शरण में प्रेमी,
जीवन सफल तू कर ले रे,
सुख पाएगा,
जय श्री श्याम सिमर ले।।
बहुत जतन से मिलती है,
श्याम नाम की दौलत,
चार दिनों का जीवन है,
फिर न मिलेगी मोहलत,
लाखदातार के दर पे झोली,
खुशाली से भर ले रे,
सुख पाएगा,
जय श्री श्याम सिमर ले।।
सारे दुखो को दूर करदे,
मेरे शयाम का नाम रे,
हारे हुओं को ही जिताना,
मेरे श्याम का काम रे,
कृपा मिल जाये श्याम धणी की,
भाग्य सवर जाए तेरे रे,
सुख पाएगा,
जय श्री श्याम सिमर ले।।
सुख पायेगा,
जय श्री श्याम सिमर ले,
श्याम नाम सिमर के अपनी,
जिभ्या पावन करले रे,
सुख पाएगा,
जय श्री श्याम सिमर ले।।
गायक / प्रेषक – विकास रघुवंशी।
9910764844