सुनलो अरज मेरी सालासर वाले,
सुमिरन है वंदन है,
मुझे चरणों से लगा ले,
ओ बाबा घाटे वाले,
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले,
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़।।
तर्ज – ओ लाल मेरी पत।
तुमसा ना जग में कोई बलधारी,
रहे राम के आज्ञाकारी,
राम नाम के तुम हो बड़े मतवाले,
पार करो उद्धार करो,
ये जीवन तेरे हवाले,
ओ बाबा घाटे वाले,
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले,
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़।।
कैसे धीरज दिल को बंधाऊँ,
दया की जब तक बूँद ना पाऊं,
हूँ दीवाना तेरा,
चाहे तू आज़मा ले,
भर के नज़र देखो इधर,
अब मुझे तू अपना ले,
ओ बाबा घाटे वाले,
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले,
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़।।
सुनलो अरज मेरी सालासर वाले,
सुमिरन है वंदन है,
मुझे चरणों से लगा ले,
ओ बाबा घाटे वाले,
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले,
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़।।
Singer – Sweta Kausshik