सुन लो पुकार आया तेरे द्वार,
मेरे आँगन पधारो एक बार,
सुन लो पूकार आया तेरे द्वार।।
तर्ज – वादा ना तोड़।
दर्शन के प्यासे प्रभु,
बैठे हम सारे,
दुःख कब हरोगे,
बाबा आके तुम हमारे,
नैया भव से लगा दो प्रभु पार,
सुन लो पूकार आया तेरे द्वार।।
टूट गया हूँ बाबा,
दुखो से हार के,
सुख गई है अंखिया,
आंसू डार डार के,
अपने दर से तू ना बिसार,
सुन लो पूकार आया तेरे द्वार।।
कोई नहीं है प्रभु,
जग में हमारा,
हारे हुए का श्याम,
तू ही है सहारा,
‘राकेश सोढ़ी’ करदे तू कृपा,
सुन लो पूकार आया तेरे द्वार।।
सुन लो पुकार आया तेरे द्वार,
मेरे आँगन पधारो एक बार,
सुन लो पुकार आया तेरे द्वार।।
स्वर – राकेश सोढ़ी