सुन्धा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी ओ माँ,
ऊंचे भाकर आप बिराजो,
सुन्धा पर्वत माई ओ माँ,
सिर माता री आज पुजीजे,
महर करे महारानी ओ माँ,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
दीन दुखी रा कारज सारे,
सुन्धा री धणीयाणी ओ माँ,
चामुण्डा महारानी म्हारी,
लाल चुनडीया वाली ओ माँ,
सुन्देशा अवतानी परिवार,
थारा ही गुण गावे ओ माँ,
थारा ही गुण गावे माता,
चरना मे सुख पावे,
थारा ही गुण गावे मैया,
चरना मे सुख पावे।।
बालोतरा सु संग पैदल आवे,
सुन्धा पर्वत माई ओ माँ,
टाबर रमता गाता आवे,
थारा हरजश गावे ओ माँ,
सुन्धा माँ ने मै तो मनावा,
दर्शन म्हाने देवो ओ माँ,
दर्शन म्हाने देवो म्हारी,
कुलदेवी महारानी ओ माँ,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
सुन्धा माँ री ओलु आतो,
रात दिवस म्हाने आवे ओ माँ,
राती जोगा मे आप पधारो,
संग भेरूजी लावो ओ माँ,
दुख को हरनी मंगल करनी,
चामुण्डा महारानी ओ माँ,
चामुण्डा महारानी म्हारी,
सुंधा री धणीयाणी,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
ननंद भोजाया साथे एतो,
सुन्धा माँ ने मनावे ओ माँ,
लापसी रो भोग लगावा,
जीमो म्हारी माता ओ माँ,
मापर महर करो कुलदेवी,
सहाय करो मम माई ओ माँ,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
शिवजी, हनुमानजी, बाबूलाल जी,
मांगी देवी आवे ओ माँ,
अशोक, वासु, प्रकाश, भरत,
थारा ही गुण गावे ओ माँ,
कैलाश, विष्णु, वटु नीतू,
थारा ही गुण गावे ओ माँ,
वेद प्रकाश ने मैया कोई,
चरना माय राखो माँ,
चरना माई राखो म्हारी,
सुन्धा री धणीयाणी।।
जो कोई जावे सुन्धा माँ रे,
मनचाह यहाँ फल पावे ओ माँ,
ब्रह्म विष्णु महेश मनावे,
चामुण्डा महारानी ओ माँ,
‘श्याम पालीवाल’ करे विनती,
माताजी ने मनावे ओ माँ,
माताजी ने मनावे मैया,
थारा ही गुण गावे ओ माँ,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
सुन्धा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी ओ माँ,
ऊंचे भाकर आप बिराजो,
सुन्धा पर्वत माई ओ माँ,
सिर माता री आज पुजीजे,
महर करे महारानी ओ माँ,
सुंधा री धणीयाणी म्हारी,
चामुण्डा महारानी।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818