सुनकर करुण पुकार,
ये सो नहीं सकता,
भगत बुलाए ये ना आए,
हो नहीं सकता,
सुनकर करुण पूकार।।
भगत तो जान है इसकी,
भगत में प्राण अटके है,
भगत को याद कर करके,
इसके दिन रात कटते है,
और कही पर भी इसका,
दिल नहीं लगता,
भगत बुलाए ये ना आए,
हो नहीं सकता,
सुनकर करुण पूकार।।
ये दुनिया रखता कदमो में,
भगत को दिल में रखता है,
हुकूमत करता दुनिया में,
भगत से प्यार करता है,
दुनिया मरती है इसपे,
ये भगत पे है मरता,
भगत बुलाए ये ना आए,
हो नहीं सकता,
सुनकर करुण पूकार।।
रहता दिन रात चिंता में,
भगत कही रूठ ना जाए,
भगत का मेरे ऊपर से,
भरोसा टूट ना जाए,
‘बनवारी’ कोशिश यही,
दिन रात ये करता,
भगत बुलाए ये ना आए,
हो नहीं सकता,
सुनकर करुण पूकार।।
सुनकर करुण पुकार,
ये सो नहीं सकता,
भगत बुलाए ये ना आए,
हो नहीं सकता,
सुनकर करुण पूकार।।
Singer – Sonu Singla