सुनले भजन मेरे भले,
सुरताल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें,
सुरताल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें।।
तर्ज – लग जा गले की फिर।
तेरी कृपा से ही मुझे,
दरबार ये मिला,
मेरे नसीब से चला,
बरसो ये सिलसिला,
किस्मत मेरी ऐसी ही तो,
हर साल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें।।
मन में उठे सवाल है,
कैसे दबाऊं मैं,
दिल के मेरे जज्बात को,
गा के सुनाऊँ मैं,
शायद ये दिल में फिर कोई,
सवाल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें।।
मेरी तो है औकात क्या,
मुझसे बड़े बड़े,
गाते हुए भजन तेरा,
दुनिया से चल पड़े,
‘सोनू’ मेरा भी कल वही,
हाल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें।।
सुनले भजन मेरे भले,
सुरताल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें,
सुरताल हो ना हो,
किसको खबर की कल तेरा,
ये लाल हो ना हो,
सुनले भजन मेरे भलें।।
स्वर – सौरभ मधुकर।