सुनता रहिजो जी हेलो सुनता रहिजो जी रामदेवजी भजन,
श्लोक-जब जब भार,
बढ्यो धरती पर,
हरि लियो अवतार।
पापी दुष्टा ने मारीया,
निकलके नेजा धार।
सुनता रहिजो जी हेलो,
सुनता रहिजो जी,
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
लाखो नर नारी बाबा,
आवे थारे जातरी।2
हाथ में धोली ध्वजा,
द्वारका रे नाथ की।2
भक्ता ने मारग,
दिखाता रहिजो।बाबा ….२,
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
रुणिजा रा राजा थारो,
साचो दरबार हे।2
थारी कृपा सु चाले,
भक्ता रो काम है।2
भक्ता रो मान,
बढ़ाता रहिजो जी।2
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
म्हारी तो नैया बाबा,
फसी मझधार हे।2
कलयुग में बाबा बस,
थारो आधार है।2
भक्ता री नांव,
तिराता रहिजो जी।2
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
भक्ता रे कारण प्रभु,
लियो अवतार हे2
लिखे तो गोरी शंकर,
थाका गुणगान हे।2
सुर की गंगा पिंकी री,
बहाता रहिजो जी।2
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
सुनता रहिजो जी हेलो,
म्हारे लीले घोड़े रा असवार,
पुकार म्हारी सुनता रहिजो।।
स्वर & लिरिक्स – पिंकी गहलोत।
Mob. – 9772021065