तखतगढ ती हुवा रवोने,
सीधा आया खिवाडा माय रे,
सोनाला मेला जाय रे,
अरे सोनाला मेले जावो,
भेरूजी रा दर्शन पावो,
सोनाला मेले जावो,
भेरूजी रा दर्शन पावो,
अरे भेरूजी रा दर्शन पावो,
चरनो मे शिश निवावो ए हा।।
ए अरे पैदल पैदल हुवा रवोने रे,
अरे तखतगढ ती हुवा रवोने रे हा,
अरे आया खिवाडा माय रे,
सोनाला मेले जावो,
सोनाला मेले जावो,
खेतलाजी रा दर्शन पावो,
खेतलाजी रा दर्शन पावो,
अरे जयकारा लगवावो रे हा।।
ए गाँव खिवाडा ती हुवा रवोने ए हा,
अरे गाँव खिवाडा ती हुवा रवोने,
अरे आया धालोप माय रे,
सोनाला मेले जावो,
सोनाला मेले जावो,
खेतलाजी रा दर्शन पावो,
खेतलाजी रा दर्शन पावो,
अरे भेरूजी रा गुण गावो ए हा।।
भगत घनेरा संग मे आवे जी हा,
अरे पैदल पैदल भगत पधारे ए हा,
अरे पैदल पैदल भगत पधारे,
अरे बालक नर ने नारी,
खेतलाजी रा परचा भारी,
ए दर्शन री बलिहारी,
अरे दर्शन री बलिहारी,
निवन करे नर नारी जी हा।।
अरे धालोती ती हुवा रवोने ए हा,
अरे आया सोनाला माय,
खेतलाजी रा दर्शन पावो,
आया सोनाला माय,
खेतलाजी रे मेले जावो,
थे हरीगुण मंगल गावो,
हरी गुन मंगल गावो,
चरनो मे शिश निवावो ए हा।।
ए भगत मुकेश जी शिश निवावे रे,
मुकेश जी भोपोजी पधारे रे,
अरे भगत घनेरा आवे,
खेतलाजी रा गुनडा गावे,
खेतलाजी रा गुन गावे,
वे जयकारा लगावावे रे,
जयकारा लगावावे रे,
वे सोनाला मे जावे ए हा।।
ए मुकेश जी भोपोजी करे विनती,
अरे मुकेश जी भोपोजी करे विनती,
ए भेरूजी भेला रेवे,
ओ दास कन्हैयो गावे,
ओ दास कन्हैयो गावे,
चरना मे शिश निवावे,
ए चरना मे शिश निवावे,
भेरूजी रा हरीगुण गावे,
खेतलाजी रा हरीगुण गावे,
खेतलाजी बेडो पार लगावे ओ जी।।
तखतगढ ती हुवा रवोने,
सीधा आया खिवाडा माय रे,
सोनाला मेला जाय रे,
अरे सोनाला मेले जावो,
भेरूजी रा दर्शन पावो,
सोनाला मेले जावो,
भेरूजी रा दर्शन पावो,
अरे भेरूजी रा दर्शन पावो,
चरनो मे शिश निवावो ए हा।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818