तनैं जरूरत मेरी,
मनैं जरूरत तेरी,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
तेरे बिना हो मेरा जिया लगै ना,
जी घबरावै तेरी ज्योत जगै ना,
तेरा चढै सै रंग हो,
सुण ले नै काली सिंह हो,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
रोम रोम मैं से भक्ति तेरी हो,
आस पास घुम्मै शक्ति तेरी हो,
धर के मैं ध्यान तेरा,
करूँ गुणगान तेरा,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
पुजा करूँगा तेरी मै चित लाकै,
करदे नै राजी मनैं दर्श दिखा कै,
मेरा मन मन्दिर खाली,
सुरति थारै तै लाली,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
यो बलराज तेरा सच्चा पुजारी,
लक्की शर्मा नै बाबा चाहत सै थारी,
फस गया दुख धुणै के माह,
घिर कै नै गुणै के माह,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
तनैं जरूरत मेरी,
मनैं जरूरत तेरी,
आज्या नै शेर बादशाह काली सिंह।।
गायक – लक्की शर्मा।
प्रेषक – पंडित बलराज शर्मा।
8883000119