ताऊ हट जा आगे जाबा दे,
श्याम जी रा दर्शन करबा दे,
चाँदी रो छत्तर चढ़ाबा दे,
श्यामजी रा दर्शन करबा दे।।
घणी दुर तक फैल्यो रे देवलो,
देख देख मैं तो हुयो रे बावलो,
शिखर पे ध्वजा लहराबा दे,
श्यामजी रा दर्शन करबा दे।।
नारैल मिसरी पतासा ल्यायो,
मोटो रोट बणाकर ल्यायो,
म्हाने दाल-बाटी चुरमो जिमाबा दे,
श्यामजी रा दर्शन करबा दे।।
टाबरिया ने सागै ल्यायो,
जात-जडुला देबा आयो,
‘केशव’ गठजोड़ा धौक लगाबा दे,
श्यामजी रा दर्शन करबा दे।।
ताऊ हट जा आगे जाबा दे,
श्याम जी रा दर्शन करबा दे,
चाँदी रो छत्तर चढ़ाबा दे,
श्यामजी रा दर्शन करबा दे।।
गायक – विकी शर्मा।
लेखक – मनीष शर्मा “मोनु”
जोरहाट (आसाम)
9854429898