तेरा खेल समझ में आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले,
ओ नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
कृष्ण की ज्यूं नगर म बरसै,
कोई पाज्या कोई पाण न तरसै,
कोई ठाकै नजर लखाया ना,
हो नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
कदे बुढा कदे बणकै गाबरू,
दीन अबला की बचावै आबरू,
कदे असली रूप दिखाया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
पलक झपकते भाग जगावै,
कहाँ तै आवै कहाँ तू जावै,
तेरा असल ठिकाणा पाया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
रंगया गजेन्द्र तेरे रंग म,
भजन करै लक्की के संग म्ह,
अमर रहै सदा काया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
तेरा खेल समझ में आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले,
ओ नगरी के बसाणे आले,
तेरा खेल समझ म्ह आया ना,
ओ नगरी के बसाणे आले।।
Singer – Lucky Sharma
Writer – Gajender Swami
9996800660