तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है,
तेरा कीर्तन तेरा भजन,
तू मेरी आदत है,
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है।।
तर्ज – तेरी गलियों का हूँ आशिक।
तेरे दरबार की सेवा ही,
बंदगी है मेरी,
तेरी चरणों की गुलामी ही,
ज़िन्दगी है मेरी,
ऐ मेरे श्याम,
तेरे नाम में ही राहत है,
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है।।
शानो शौकत नाम इज़्ज़त,
अच्छा कारोबार दिया,
अच्छे माँ बाप दिए तूने,
अच्छा परिवार दिया,
मेरी साँसें मेरा जीवन,
तेरी बदौलत है,
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है।।
तुझसे है शुरू तुझपे ही ख़तम है,
हर कहानी मेरी,
मुझपे मोहित हुआ जो तू,
मेहेरबानी तेरी,
तेरे भक्तों की खिदमत,
मेरी इबादत है,
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है।।
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है,
तेरा कीर्तन तेरा भजन,
तू मेरी आदत है,
तू ही मेरी है मोहब्बत,
तू मेरी चाहत है।।
Singer – Prakhar Lohiya