तेरे भरोसः बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
अखण्ड बालाजी तेरी जोत जगै,
दोनु टेमां तेरा भोग लगै,
खुब करूं श्रंगार हो,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार,
तेरे भरोसे बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
तेरे बिना कहां रोग कटै,
तेरी जोत प ना ध्यान डटै,
जग हो पालनहारे हो,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार,
तेरे भरोसे बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
तेरे दर्शन का प्यासा हौ,
पल पल मन्नै तेरी आशा हौ,
कर मेरा उधार हो,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार,
तेरे भरोसे बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
नियम सारे कर दयुं हौ,
अशोक भक्त की ज्युं वर ल्युं हौ,
कह रहया यो राजेश कुमार हो,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार,
तेरे भरोसे बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
तेरे भरोसः बालाजी,
मन्नै लगा हो लिया दरबार,
हो ले राम की सुं,
आइये पवन कुमार।।
गायक – नरेंद्र कौशिक।
प्रेषक – राकेश कुमार खरक जाटान
9992976579