तेरे बिना कन्हैया कोई नहीं हमारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा,
तेरी दया से चलता,
तेरी दया से चलता,
हम जैसो का गुजारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा।।
तर्ज – तुझे भूलना तो चाहा।
गुमनामी के अँधेरे,
चारो तरफ से घेरे,
गम की घटायें छाई,
अपनों ने मुख थे फेरे,
उस वक्त तुमने आकर,
उस वक्त तुमने आकर,
गम से हमें उबारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा।।
मिलती शरण ना तेरी,
दर दर यूँ ही भटकते,
मंजिल कभी ना पाते,
थक जाते चलते चलते,
तूने संभाली नैया,
तूने संभाली नैया,
पास आ गया किनारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा।।
तुमसे यही गुजारिश,
अरदास है हमारी,
तेरा नाम लेते लेते,
बीते उमरिया सारी,
चाहे अधम पतित बस,
चाहे अधम पतित बस,
‘गौतम’ हो अब तुम्हारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा।।
तेरे बिना कन्हैया कोई नहीं हमारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा,
तेरी दया से चलता, तेरी दया से चलता,
हम जैसो का गुजारा,
तेरे बिना कन्हैया कोईं नहीं हमारा।।
Singer – Gautam Sharma
Nice