दर्शन को हम तरसे,
ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसें,
ओ भोले तेरे।।
तेरे द्वार दीप जलाते,
आये कई युग से,
भक्ति भाव स्वीकारो मेरे,
एक विनय तुमसे,
दर्शन को हम तरसें,
ओ भोले तेरे।।
मांगे न हम हीरे मोती,
शिव शंकर तुझसे,
मांग रहे है किरपा तेरी,
प्रभु कई जनमन से,
दर्शन को हम तरसें,
ओ भोले तेरे।।
चांद सितारे ये कैलाशी,
मांगे न तुझसे,
‘राजेंद्र’ को ऐसा वर दे,
तू हिरदय बीच बसे,
दर्शन को हम तरसें,
ओ भोले तेरे।।
दर्शन को हम तरसे,
ओ भोले तेरे,
दर्शन को हम तरसें,
ओ भोले तेरे।।
गीतकार/गायक – राजेन्द्र प्रसाद सोनी।
मो – 8839262340