तेरे घर परिवार की,
श्याम फिकर करता है,
जब सांवरा साथ तेरे,
फिर काहे डरता है,
तेरे घर परीवार की,
श्याम फिकर करता है।।
मतलब का संसार है,
कोई काम ना आए,
झूठे नाते है यहाँ,
झूठे रिश्ते निभाएं,
सच्चा रिश्ता श्याम का,
ये सबसे प्रेम करता है,
जब सांवरा साथ तेरे,
फिर काहे डरता है,
तेरे घर परीवार की,
श्याम फिकर करता है।।
हारा जब भी तू यहाँ,
तेरा साथ निभाया,
आंसू पोंछ कर के तेरे,
तुझको गले लगाया,
तेरे हर एक आंसू की,
श्याम कदर करता है,
जब सांवरा साथ तेरे,
फिर काहे डरता है,
तेरे घर परीवार की,
श्याम फिकर करता है।।
मोरछड़ी ले हाथ में,
नीले चढ़ कर आता,
सारा खज़ाना प्यार का,
तुझ पर श्याम लुटाता,
‘सोनू गौतम’ के सदा,
संग श्याम चलता है,
जब सांवरा साथ तेरे,
फिर काहे डरता है,
तेरे घर परीवार की,
श्याम फिकर करता है।।
तेरे घर परिवार की,
श्याम फिकर करता है,
जब सांवरा साथ तेरे,
फिर काहे डरता है,
तेरे घर परीवार की,
श्याम फिकर करता है।।
Singer & Writer – Sudhanshu Gutam (Sonu)