जबसे तेरी शरण में आया,
हो गया निहाल,
तेरे ही भरोसे,
मेरा चलता कारोबार।।
हर दिन मेरा तुमसे मैया,
तुमसे दिन और रात है,
मेरा मुझ में क्या है मैया,
सर पर तेरा हाथ है,
सदा भवानी दायनी,
तेरी हो रही जय जयकार,
तेरे हीं भरोसें,
मेरा चलता कारोबार।।
मेरे हर संकट को मैया,
तूने पार लगाया है,
वो ही दर पर आता मैया,
जिसको तूने बुलाया है,
तेरी मर्जी से जो आए,
बन जाए सो काम,
तेरे हीं भरोसें,
मेरा चलता कारोबार।।
मेरी काली मैया सुनले,
भक्तों की पुकार ये,
जो भी मन से द्वारे आए,
उसकी किस्मत तार दे,
लखु भी तेरा ध्यान लगावे,
गावे तेरे द्वार,
तेरे हीं भरोसें,
मेरा चलता कारोबार।।
जबसे तेरी शरण में आया,
हो गया निहाल,
तेरे ही भरोसे,
मेरा चलता कारोबार।।
गीतकार / गायक – लखन सियोता (लखु)
7615020442