तेरे संग श्याम नाता नहीं तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना,
तेरे संग श्याम नाता नही तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना।।
तर्ज – तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना।
तूने बंसी बजाई श्याम मेरे लिए,
मैं तो दौड़ी चली आई श्याम तेरे लिए,
तेरा साथ कान्हा मेनू नही छोड़ना,
तेरे संग श्याम नाता नही तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना।।
तेरे दरसन को प्यासी मेरी अखिया।
मोहे दरस दिखा मेरे श्याम पिया।
वादा किया तो उसे नही भूलना,
तेरे संग श्याम नाता नही तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना।।
मेरे कान्हा की हूँ मैं तो जोगणिया,
मेरे मोहन की हूँ मैं तो मोहनिया,
अपना बनाके कान्हा नही छोड़ना,
तेरे संग श्याम नाता नही तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना।।
तेरे संग श्याम नाता नहीं तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना,
तेरे संग श्याम नाता नही तोड़ना,
तेरे लिए चाहे पड़े जग छोड़ना।।
– भजन प्रेषक –
Singer R.S Mehta,
Phone – 7023089720
https://youtu.be/Q9JPAeH7HtI