तेरी ज्योत जगाई है हमने,
तुम्हें आना बाकी है,
हमें दर्शन तो दिखला जाना,
दर्शन तो दिखला जाना,
बस इतना काफी है,
तेरी ज्योत जगायी है हमने,
तुम्हें आना बाकी है।।
फूलों से चुन चुन के कलिया,
राह बिछाई है,
खाटू वाले श्याम धणी,
तेरी आस लगाई है,
तू नीले चढ़कर आ जाना,
नीले चढ़कर आ जाना,
बस इतना काफी है,
तेरी ज्योत जगायी है हमने,
तुम्हें आना बाकी है।।
दर्शन को हे अंखियां प्यासी,
सुनले सावरे,
कीर्तन से हम तुम्हें रिझावे,
सुनले सावरे,
तू मोरछड़ी लेहरा जाना,
मोरछड़ी लेहरा जाना,
बस इतना काफी है,
तेरी ज्योत जगायी है हमने,
तुम्हें आना बाकी है।।
रींगस से लेकर निशान,
तेरे दर पे आते है,
श्याम बहादुर आलूसिंह भी,
महिमा गाते है,
सागर को दर्श दिखा जाना,
बस इतना काफी है,
तेरी ज्योत जगायी है हमने,
तुम्हें आना बाकी है।।
तेरी ज्योत जगाई है हमने,
तुम्हें आना बाकी है,
हमें दर्शन तो दिखला जाना,
दर्शन तो दिखला जाना,
बस इतना काफी है,
तेरी ज्योत जगायी है हमने,
तुम्हें आना बाकी है।।
Singer – Girraj Prajapati
Dabra Gwalior
Contact 9770574708