तेरी कृपा से बाबोसा,
दुख म्हारा भागे रे भागे,
दुख म्हारा भागे रे भागे,
दुख म्हारा भागे,
हो म्हारा भाग्य जागे,
हो म्हारा भाग्य जागे।।
तर्ज – तू मेरो कोण लागे।
तेरी कृपा का असर है,
डाला खुशियो ने डेरा,
तुझसे पहले बाबोसा,
जीवन में था अंधेरा,
मिली तेरी रहमत,
जागी मेरी किस्मत,
मैं जो कुछ भी हूँ,
तेरी बदौलत,
मैं तेरे पीछे चालू,
चाले तू आगे बाबा,
चाले तू आगे,
हो म्हारा भाग्य जागे,
हो म्हारा भाग्य जागे।।
मिट जाये गम का अंधेरा,
बाबोसा करदो सवेरा,
दिया तुमने जो सहारा,
एहसान भूलूँ न तुम्हारा,
मैंने सांची सांची,
हो प्रीत ये जोड़ी,
हाँ झुटे जग की,
रीत ये छोड़ी,
छोड़ दुनिया को खडी हूँ,
मैं तेरे आगे बाबोसा,
मैं तेरे आगे,
हो म्हारा भाग्य जागे,
हो म्हारा भाग्य जागे।।
मुझको अब तू ही संभाले,
अपने चरणों मे बिठाले,
दिलबर तेरी पूजा करूँ मैं,
जीवन ये तेरे हवाले,
रहुँ संग संग तेरे,
हाँ सांझ सवेरे,
तोड़े से भी नही टूटे ये,
प्रेम के धागे बाबोसा,
प्रेम धागे हो,
हो म्हारा भाग्य जागे,
हो म्हारा भाग्य जागे।।
तेरी कृपा से बाबोसा,
दुख म्हारा भागे रे भागे,
दुख म्हारा भागे रे भागे,
दुख म्हारा भागे,
हो म्हारा भाग्य जागे,
हो म्हारा भाग्य जागे।।
गायिका – रेखा जी राव मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365