तेरी कृपा से ही चले,
परिवार सांवरे,
तेरे भरोसे पे पले,
घर बार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
रखी सदा ही आपने,
इज्जत गरीब की,
बदली सदा ही आपने,
रेखा नसीब की,
तुमने संभाला है मुझे,
हर बार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
मुझको शरण में आपकी,
कोई नहीं कमी,
करती है शुकर आपका,
आँखों की ये नमी,
पकड़ा है हाथ आपने,
सरकार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
मांगी ना हमने आपसे,
दौलत जहान की,
पूंजी मिली है आपसे,
मुझको ईमान की,
सेवा का अपनी दे दिया,
उपहार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
करता रहूँ मैं सांवरे,
तेरी ही बंदगी,
सेवा में गुजरे आपके,
‘रोमी’ की ज़िन्दगी,
करना सदा ये दास पे,
उपकार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
तेरी कृपा से ही चले,
परिवार सांवरे,
तेरे भरोसे पे पले,
घर बार सांवरे,
तेरी कृपा से ही चलें,
परिवार सांवरे।।
गायक – रोमी जी।
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