तेरी लीला अजब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
तेरे भवन की शोभया नयारी,
तनै ध्यावं नर और नारी,
तेरा कैसे करूं बखान हो बखान,
हो घाटे आले बजरंगी,
तेरी लीला अज़ब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
तीन लोक में बाजे डंका,
उस रावण की फुंकी लंका,
लखन बचाए प्राण हो प्राण,
हो घाटे आले बजरंगी,
तेरी लीला अज़ब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
हो जब बाबा तेरी अर्जी लागै,
दुखिया के संकट दूर के भागै,
और भुतां की निकले जान हो जान,
हो घाटे आले बजरंगी,
तेरी लीला अज़ब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
हो नन्दलाल थारे दर प आवे,
थारे चरणों में शीश नवावे,
उसके साथी है भगवान भगवान,
हो घाटे आले बजरंगी,
तेरी लीला अज़ब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
तेरी लीला अजब महान,
हो महान हो घाटे आले बजरंगी।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार जी।
खरक जाटान (रोहतक)
9992976579