तेरी रहमतो का दरिया,
सरे आम चल रहा है,
मुझे भीख मिल रही है,
मेरा काम चल रहा है।।
मेरे दिल की धड़कनो में,
है शरीक नाम तेरा,
तेरे नाम के सहारे,
मेरा नाम चल रहा है,
मुझे भीख मिल रही है,
मेरा काम चल रहा है।।
ये करम है खास तेरा,
की सफीना जिंदगी का,
कभी सुबह चल रहा है,
कभी शाम चल रहा है,
मुझे भीख मिल रही है,
मेरा काम चल रहा है।।
मेरे पास हो भी कुछ है,
है खैरात श्यामा जु की,
तेरे टुकड़ो पे है श्यामा,
ये जहान पल रहा है,
मुझे भीख मिल रही है,
मेरा काम चल रहा है।।
तेरी रहमतो का दरिया,
सरे आम चल रहा है,
मुझे भीख मिल रही है,
मेरा काम चल रहा है।।
अति सुन्दर???