तेरी याद में मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है,
कहां जा छुपे हो मोहन,
मेरा प्यार रो रहा है,
तेरी याद मे मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है।।
तर्ज – मेरा आपकी कृपा से।
जब से लगाई प्रीति,
एक पल ना चैन पाया,
निर्मोही मेरे साजन,
तुम को तरस ना आया,
क्यों करके झूठा वादा,
ईमान खो रहा है,
तेरी याद मे मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है।।
तुझ बिन गुजारी मैंने,
जीवन की सुनी रातें,
चाहते हुए भी मोहन,
क्यों कर ना पाया बातें,
किस्मत पर मेरी मुझको,
यह मलाल हो रहा है,
तेरी याद मे मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है।।
अर्जी मेरी यह कान्हा,
बस एक झलक दिखा दो,
दर्शन की प्यासी अखियां,
मेरी प्यासे को बुझा दो,
रो रो के दिल यह मेरा,
बेजान हो रहा है,
तेरी याद मे मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है।।
तेरी याद में मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है,
कहां जा छुपे हो मोहन,
मेरा प्यार रो रहा है,
तेरी याद मे मेरा दिल,
बेकरार हो रहा है।।
भजन गायक – मनीष अनेजा।