ठाकुर जी भगता रखवाला,
वो ठाकुर म्हारा भगता रखवाला,
सिंगोली में आप विराज्या,
फेरू थारी माला,
ठाकुर जी भगतां रखवाला।।
सिंगोली में धाम सोवणो,
पर्वत में प्यारा वो,
ठाकुर मारा पर्वत में प्यारा,
उचो आसान सोना वालों,
संग भोले बाबा,
ठाकुर मारा भगतां रखवाला।।
दुरा देशा रा भगत थारे,
आवे पाला पाला,
वो ठाकुर मारा आवे पाला पाला,
दर्शन देवे श्याम धणी जी,
धोकडा वाला ठाकुर मारा,
भगता रखवाला।।
नित नवा श्रृंगार श्याम के,
फुला री माला वो,
ठाकुर जी फुला री माला,
भोला भगत को हेलो सुणज्यो,
ठाकुर जी मारा ठाकुर मारा,
भगता रखवाला।।
दास देव थारो थारो लिख लिख गायो,
राखो छतर छाया वो,
ठाकुर मारा राखो छतर छाया,
हर भगत रा मन की आशा,
पुरी करो दाता ठाकुर मारा,
भगता रखवाला।।
ठाकुर जी भगता रखवाला,
वो ठाकुर म्हारा भगता रखवाला,
सिंगोली में आप विराज्या,
फेरू थारी माला,
ठाकुर जी भगतां रखवाला।।
लेखक & गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657