थारा डमरू की तान प्यारी लागे,
भोला लहरी नाद बाजे।।
सावन का महीना में भोला डमरू बाजे,
बान्ध घुघरा नान्दिया भी,
छमक छमक नाचे,
गौरा पार्वती को हियो हिलोरा खाव र,
भोला लहरी नाद बाजे।।
सावन का महीना म डमरू कैलाशा म बाज,
बरखा बरसे बिजल्या चमके,
इन्दर राजा गाजे,
म्हाने सावन की हरियाली प्यारी लागे रे,
भोला लहरी नाद बाजे।।
भक्त दिवाना सावन माही करता थारी पूजा,
भांग धतुरा बील पत्र आकडा का डोडा,
थारी परसादी लेता लेता जावे रे,
भोला लहरी नाद बाजे।।
सब देवा म आप बडा हो भोला थारी माया,
भक्त आपकी महिमा गाव रखज्यो छत्र छाया,
सावन का महिना म पाला आव र,
भोला लहरी नाद बाजे।।
थारा डमरू की तान प्यारी लागे,
भोला लहरी नाद बाजे।।
प्रेषक – धरम चन्द नामा(नामा म्युजिक)
9887223297