ए म्हारी जगदम्बा नवदुर्गा ए माँ,
थारी भक्ति में म्हारो मन लाग्यो,
ए म्हारी जग जननी जोगमाया ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
तर्ज – तू तो काली ने कल्याणी रे माँ।
ओ मैया अम्बापुर सु आया जीजी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया बिलाड़ा में बिराजे आई माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया कलयुग री अवतारी म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
थारे केसर वाली ज्योत जगे माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
मैया बैल री असवारी वेगा आवजो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया आरतियां री वेला वेगा आवो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
घणा भाव सु मै तो आयो आई माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
थारे चाढु मै लापसी रो भोग म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
बाजे ढोल नगाड़ा थारे द्वार म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मै तो गरबे रमवा आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
आया नौ नौ नोरता थारा ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया गरबे रमवा आवो जीजी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
मैया माधव सिंह जी ध्यावे म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया मनीष सीरवी चरना रे माय,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया सीरवी समाज थाने पुजे आई माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मैया माली दिनेश गुण गावे म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
ए म्हारी जगदम्बा नवदुर्गा ए माँ,
थारी भक्ति में म्हारो मन लाग्यो,
ए म्हारी जग जननी जोगमाया ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
मन लाग्यो मन लाग्यो मन लाग्यो ए माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो,
महीनों आसोज वालों आयो म्हारी माँ,
थारी भगती में म्हारो मन लाग्यो।।
गायक – दिनेश जी माली नागौर।
लेखक / प्रेषक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818