मनवा नही विचारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी म्हारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
अरे नौ दस मास गर्भ मे राख्यो,
माता थारी ओ,
नौ दस मास गर्भ मे राख्यो,
माता थारी ओ,
बाहर काडो भगती करसु,
बाहर काडो भगती करसु,
नाथ तारी ओ,
मनवा नही विचारी रे,
थारी मारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
अरे बालपना मे लाड लडायो,
माता थारी रे,
बालपना मे लाड लडायो,
माता थारी रे,
वर जीवन मे लागे प्यारी,
वर जीवन में लागे प्यारी,
घर की नारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी मारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
माया माया करतो फिरीयो,
धड सु भारी रे,
माया माया करतो फिरीयो,
धड सु भारी रे,
कोढी कोढी खातीर लेतो,
कोढी कोढी खातीर लेतो,
राड उधारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी मारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
अरे विरद भयो जद यु उठ बोली,
घर की नारी रे,
विरद भयो जद यु उठ बोली,
घर की नारी रे,
अब बूढीयो मर जावेतो,
अब बूढीयो मर जावे तो,
छुटे देन हमारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी मारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
रूक गया सासठ सौ दरवाजा,
मच रही हारी रे,
रूक गया सासठ सौ दरवाजा,
मच रही हारी रे,
कालूराम गुरू रे शरने,
कालूराम गुरू रे शरने,
केदी सारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी मारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
मनवा नही विचारी रे,
मनवा नही विचारी रे,
थारी म्हारी करता उमर,
बीती सारी रे,
थारी मारी करता,
उमर बीती सारी रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818