थारी मीठी मीठी मुरली,
प्यारी लागे म्हारा सांवरिया,
लागे प्यारा कानुड़ा,
अब रास तो रचा जा रे।।
गाया भी चरा जा कान्हा,
बाछड़ा चरा जा,
अब म्हाने बरसाना रा,
रसिया बता जा म्हारा सांवरिया,
अब रास तो रचा जा रे।।
फाग भी रचा जा कान्हा,
होली भी रचा जा,
अब म्हाने गीता जी रो ज्ञान,
सुना जा म्हारा सांवरिया,
अब रास तो रचा जा रे।।
भांग भी पिला जा कान्हा,
होली भी खिला जा,
अब म्हाने जमुना तट,
मुरली सुना जा म्हारा सांवरिया,
अब रास तो रचा जा रे।।
भक्ता ने उभारया थे तो,
सादा ने उभारया,
अब रूडमल की विनती,
सुना जा म्हारा सांवरिया,
अब रास तो रचा जा रे।।
थारी मीठी मीठी मुरली,
प्यारी लागे म्हारा सांवरिया,
लागे प्यारा कानुड़ा,
अब रास तो रचा जा रे।।
गायक – नाथू सिंह जी शेखावत।
Upload – Rahul Saini
8949291906