ठुमक ठुमक चाले,
अंजनी को लाल,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
लाल लंगोटा हाथ में गोटा,
म्हारा बालाजी महाराज,
भगत घनेरा आवता,
थारे आवे नर ने नार,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
अरे दूर देशा रा आवे यात्री,
मंगल और शनिवार,
सवामण रो रोट चढ़ावे,
बोले जय जय कार,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
शिव शंकर रा हो अवतारी,
अंजनी रा लाल,
दुनिया थारे दर्शन आवे,
बोले जय जय कार,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
सालासर बालाजी री,
महिमा अपरंपार,
नर नारी थारे दर्शन आवे,
बोले जय जय कार,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
सवा मणा रो रोट बनायो,
रुची रुची भोग लगाओ,
जीमो नी म्हारा बजरंग बाला,
भगतो रा प्रतिपाल,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
ठुमक ठुमक चाले,
अंजनी को लाल,
बजरंग बाला थे ही हो,
भक्तो रा प्रतिपाल।।
गायक – महेंद्र सिंह राठौड़।
प्रेषक – तरुण वैष्णव बाली।
9030847884