टॉप 10 गणेशजी भजन लिरिक्स – Top 10 Ganesh Vandana Lyrics
जय श्री गणेशजी की मित्रों ! हमारे सनातन धर्म में किसी भी कार्य को प्रारम्भ करने से पहले रिद्धि सिद्धि के दाता गणेश जी का आवाहन किया जाता है। अधिकांशतः भजन संध्या कीर्तन इत्यादि का भी आरम्भ सर्वप्रथम गणेश वंदना से ही किया जाता है।इस पेज पर आपको Top 10 Ganesh Bhajan Lyrics, टॉप १० गणेशजी भजन की लिस्ट, लिरिक्स और वीडियो उपलब्ध कराया जा रहा है। इन टॉप १० गणेशजी भजनों के अलावा इस पोस्ट के अंत में आपको कुछ विशेष गणेशजी के भजनों की लिस्ट भी मिलेगी आइये देखते है –
Top 10 Ganesh Bhajan Lyrics – टॉप १० गणेश जी भजन की लिस्ट –
1. गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है।
2. घर में पधारो गजानंद जी मेरे घर में पधारो।
3. म्हारा कीर्तन में रस बरसाओ।
4. शिव गौरा के लाडले गणेश जी।
5. तुम जो कृपा करो तो मिट जाए विपदा सारी।
6. सबसे पहले तुम्हे मनाऊं गौरीसुत महाराज।
7. मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे।
8. रिद्धि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।
9. प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा गणपति जगत खिवैया।
10. मेरे हृदये करो परवेश जी।
1. गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है।
गजानंद महाराज पधारो,
कीर्तन की तैयारी है।
तर्ज – फुल तुम्हे भेजा है ख़त मे।
– श्लोक –
प्रथम मनाये गणेश के,
ध्याऊ शारदा मात,
मात पिता गुरु प्रभु चरण मे,
नित्य नमाऊ माथ।
गजानंद महाराज पधारो,
कीर्तन की तैयारी है,
आओ आओ बेगा आओ,
चाव दरस को भारी है।।
थे आवो ज़द काम बणेला,
था पर म्हारी बाजी है,
रणत भंवर गढ़ वाला सुणलो,
चिन्ता म्हाने लागि है,
देर करो मत ना तरसाओ,
चरणा अरज ये म्हारी है,
गजानन्द महाराज पधारो।।
रीद्धी सिद्धी संग आओ विनायक,
देवों दरस थारा भगता ने,
भोग लगावा ढोक लगावा,
पुष्प चढ़ावा चरणा मे,
गजानंद थारा हाथा मे,
अब तो लाज हमारी है,
गजानन्द महाराज पधारो।।
भगता की तो विनती सुनली,
शिव सूत प्यारो आयो है,
जय जयकार करो गणपति की,
म्हारो मन हर्शायो है,
बरसेंगा अब रस कीर्तन मे,
भगतौ महिमा भारी है,
गजानन्द महाराज पधारो।।
गजानंद महाराज पधारों,
कीर्तन की तैयारी है,
आओ आओ बेगा आओ,
चाव दरस को भारी है।।
2. घर में पधारो गजानंद जी मेरे घर में पधारो।
घर मे पधारौ गजानँद जी,
मेरे घर मे पधारौ,
रिध्धी सिध्धी लेके आओ गणराजा,
मेरे घर मे पधारौ।।
राम जी आना लक्ष्मण जी आना,
संग मे लाना सीता मैया,
मेरे घर मे पधारौ।।
ब्रम्हा जी आना विष्णु जी आना,
भोले शंकर को ले आना,
मेरे घर मे पधारौ।।
लक्ष्मी जी आना गौरी जी आना,
सरस्वती मैया को ले आना,
मेरे घर मे पधारौ।।
विघ्न को हरना मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना,
मेरे घर मे पधारौ।।
घर मे पधारौ गजानँद जी,
मेरे घर मे पधारौ,
रिध्धी सिध्धी लेके आओ गणराजा,
मेरे घर मे पधारौ।।
3. म्हारा कीर्तन में रस बरसाओ।
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ।।
श्लोक – सदा भवानी दाहिनी,
सनमुख रहे गणेश,
पांच देव रक्षा करे,
ब्रम्हा विष्णु महेश।।
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया।
रणत भंवर से आओ जी गजानन,
रणत भंवर से आओ जी गजानन,
रिद्धि सिद्धि ने संग प्रभु लाओ,
आओ जी गजानन आओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया।
पार्वती के पुत्र गजानन,
पार्वती के पुत्र गजानन,
भोले शंकर के मन भाओ
आओ जी गजानन आओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया।
हर बुधवार देवा पूजा तुम्हारी,
हर बुधवार देवा पूजा तुम्हारी,
थारे मौदक भोग लगावा,
आओ जी गजानन आओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
हर्ष हर्ष गुण गाओ गुण गाओ,
आओ जी गजानन आओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः
अष्टविनायक नमो नमः
गणपती बप्पा मोरया।
म्हारा कीर्तन में रस बरसाओ,
आओ जी गजानन आओ।।
इस भजन का पार्ट -२ यहाँ देखें।
4. शिव गौरा के लाडले गणेश जी।
शिव गौरा के लाड़ले गणेश जी,
दोहा – प्रथमे गुरूजी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,
त्रितिये सिमरु माँ शारदा,
मेरे कारज करो हमेश।
शिव गौरा के लाड़ले गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।।
प्रथमे तुमको जो कोई ध्यावे,
प्रथमे तुमको जो कोई ध्यावे,
रिद्धि सिद्धि का फल वो पाए,
रिद्धि सिद्धि का फल वो पाए,
तुम काटो सकल कलेश जी,
तुम काटो सकल कलेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
शिव गौरा के लाडले गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।।
जय जय जय गणराज तुम्हारी,
जय जय जय गणराज तुम्हारी,
कृपा करो जाऊँ बलिहारी,
कृपा करो जाऊँ बलिहारी,
तुम रहना साथ हमेश जी,
तुम रहना साथ हमेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
शिव गौरा के लाडले गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।।
लड्डुवन का तोहे भोग लगाए,
लड्डुवन का तोहे भोग लगाए,
वंदना सब मिलकर के गाए,
वंदना सब मिलकर के गाए,
तुम्हे पूजे देश विदेश जी,
तुम्हे पूजे देश विदेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
शिव गौरा के लाडले गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।।
शिव गौरा के लाडले गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी,
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।।
Singer – Mandeep Ji Bairagi
5. तुम जो कृपा करो तो मिट जाए विपदा सारी।
तुम जो कृपा करो तो,
मिट जाये विपदा सारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी,
तुम हो दया के सागर,
क्या बात है तुम्हारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी।।
तर्ज – तुम जो चले गये तो होगी।
विघ्नौ को हरने वाले,
सुख शांति देने वाले,
मोह पाश काटते हो,
तुम भक्ति देने वाले,
तुमने रचाई श्रष्टि,
तुम ने ही है सवारा,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी।।
तुम पहले पूजे जाते,
फ़िर काम बनते जाते,
आये शरण तिहारी,
मन चाहा फल है पाते,
मुझको गले लगा ले,
आया शरण तिहारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी।।
लम्बे उदर में तुमने,
संसार है छिपाया,
सतगुण से है भरी हुई,
गणराज तेरी काया,
दुर्गुण पे सतगुणो सी,
ये मुस की सवारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी।।
तुम जो कृपा करो तो,
मिट जाये विपदा सारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी,
तुम हो दया के सागर,
क्या बात है तुम्हारी,
ओ गौरी सूत गणराजा,
गणनायक गजमुख धारी।।
गायक – मनीष तिवारी (इंदौर)
6. सबसे पहले तुम्हे मनाऊं गौरीसुत महाराज।
सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,
दोहा – प्रथमे गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,
त्रितिये सीमरु शारदा,
मेरे कण्ठ करो प्रवेश।
सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।।
तर्ज – देख तेरे संसार की हालत।
गंगाजल स्नान कराऊँ,
केसर चंदन तिलक लगाऊं,
रंग बिरंगे फुल मे लाऊँ,
सजा सजा तुमको पह्राऊ,
लम्बोदर गज्वद्न विनायक,
राखो मेरी लाज,
तुम हो देवों के सरताज।।
जो गणपति को प्रथम मनाता,
उसका सारा दुख मीट जाता,
रीद्धी सिध्दि सुख सम्पति पाता,
भव से बेड़ा पार हो जाता,
मेरी नैया पार करो,
मैं तेरा लगाऊं ध्यान,
तुम हो देवों के सरताज।।
पार्वती के पुत्र हो प्यारे,
सारे जग के तुम रखवाले,
भोलेनाथ है पिता तुम्हारे,
सूर्य चन्द्रमा मस्तक धारें,
मेरे सारे दुख मीट जाये,
देवों यही वरदान,
तुम हो देवों के सरताज।।
सबसे पहले तुम्हे मनाऊ,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।।
गायक – मनीष तिवारी जी।
7. मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे।
ओ मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे,
श्लोक – विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय,
लम्बोदराय सकलाय जगत हिताय,
नागाननाय श्रुतियज्ञभूषिताय,
गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते।।
तर्ज – तेरे होंठों के दो फूल प्यारे प्यारे।
ओ मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे,
भोले बाबा जी की आँखों के तारे,
देवा सभा बीच में आ जाना_आ जाना,
मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे।।
तेरी काया कँचन कँचन,
किरणों का है जिसमे बसेरा,
बाबा सूंड-सुंडाली मूरत,
तेरी आँखों मे खुशियों का डेरा,
तेरी महिमा अपरंपार, तुमको पूजे ये संसार,
प्रभु अमृत रस बरसा जाना_आ जाना,
मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे।।
देवा भजन तुम्हारे गायें,
सबसे पहले हम तुमको मनायें,
धुप दीपो की ज्योति जलायें,
मन-मंदिर मे झांकी सजायें,
मेरे बाबा गणराज, दे दो भक्ति का तुम दान,
प्रभु नैया पार लगा जाना_आ जाना,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे।।
मेरे विघ्न विनाशक देवा,
सबसे पहले करें तेरी सेवा,
सारे जग मे है आनंद छाया,
बोलो जय-जय गजानंद देवा,
बाजे सुर और ताल, तेरा गुण गाये संसार
घुँघरु की खनक खनका जाना_आ जाना,
मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे।।
मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे,
भोले बाबा जी की आँखों के तारे,
देवा सभा बीच में आ जाना_आ जाना,
मेरे लाड़ले गणेश प्यारे प्यारे।।
8. रिद्धि सिद्धि के दाता सुनो गणपति।
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति,
तर्ज – हाल क्या है दिलो का ना।
>> श्लोक <<
सारी चिंता छोड़ दो,
चिंतामण के द्वार,
बिगड़ी बनायेंगे वही,
विनती कर स्वीकार,
बड़े बड़े कारज सभी,
पल मे करे साकार,
बड़े गणपति का है साथ,
सच्चा ये दरबार,
सिध्द हो हर कामना,
सिध्दिविनायक धाम,
खजराना मे आन बसे मेरे,
शिव गौरी के लाल।।
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति।।
सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये,
आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये,
ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की,
तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति।।
तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो,
बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो,
कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे,
रिध्धि सिध्धि का वर ही हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति।।
सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम,
सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम,
ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे,
बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुनो गणपति।।
रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति,
आपकी मेहरबानी हमें चाहिये,
पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका,
लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये,
रिध्दि सिध्धि के दाता सुणो गणपति।।
9. प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा गणपति जगत खिवैया।
प्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा,
गणपति जगत खिवैया,
शिव नँदन अब आज हमारी,
पार लगाना नैय्या,
जय गौरी के लाला॥
खजराना मे आन बिराजे,
ये मेरे गणराज रे,
रिद्धि सिद्धि के दाता देखो,
ये मेरे महराज रे,
तुम हि दिन बंधु दुख हरता,
तुम ही सर्व जगत के कर्ता,
आन विराजौ बिछी हुई है,
आशाओं की छैया,
शिव नँदन अब आज हमारी,
पार लगाना नैय्या,
जय गौरी के लाला॥
लेकर द्वार तुम्हारे आये,
ये फूलों की माला,
देखो हमको भूल ना जाना,
तु सबका रखवाला,
तुमहि दिन बंधु दुख हरता,
तुम ही सर्व जगत के कर्ता,
आन विराजौ बिछी हुई है,
आशाओं की छैया,
शिव नँदन अब आज हमारी,
पार लगाना नैय्या,
जय गौरी के लाला॥॥
भक्ति का ज्ञान देदे हमको,
शक्ति की इक्छा देदे,
नस नस मे हो प्रेम भावना,
ऐसी इच्छा दे दे,
तुमहि दिन बंधु दुख हरता,
तुम ही सर्व जगत के कर्ता,
आन विराजौ बिछी हुई है,
आशाओं की छैया,
शिव नँदन अब आज हमारी,
पार लगाना नैय्या,
जय गौरी के लाला॥॥
प्रीत मे पूजे नाम तुम्हारा,
गणपति जगत खिवैया,
शिव नँदन अब आज हमारी,
पार लगाना नैय्या,
जय गौरी के लाला॥
10. मेरे हृदये करो परवेश जी।
मेरे हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी।
श्लोक – पहले गणपति पूज के,
पाछे करिये काज,
विच सभा दे बेठियाँ,
मेरी पत रखियो महाराज।
मेरे हृदये करो परवेश जी,
हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।।
लाल सिंदूर चढ़े गजमुख को,
भक्तो के काटे हर दुःख को,
होवे पूजा देश विदेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।।
करते मूषक की है सवारी,
चरणे लगती है दुनिया सारी,
मोहे दर्शन दीजो हमेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।।
सिमरु तुझे सब दुःख मिट जावे,
दास सलीम तेरे गुण गावे,
तेरा पुरण है दरवेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।।
मेरे हृदये करो परवेश जी,
हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।।
भजन डायरी से कुछ अन्य गणेश जी के भजन मेरी पसंद से –
म्हारी चिंता हरो म्हारा नाथ।
तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश।
जय गणेश जय महादेवा।
मेरे गणनायक तुम आ जाओ।
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी।
मैं मनावा तेरा लाडला गणेश।
तेरी वंदना करूँ मैं प्रथमे गणेश देवा।
गौरी के नंदा गजानन गौरी के नंदा।
गजमुखधारी जिसने तेरा सच्चे मन से जाप किया।
गणपति राखो मेरी लाज पूरण कीजो मेरे काज।
ओ गणनायक महाराज सुमिरा जोड़ूँ दोनों हाथ।
गौरी के लाड़ले महिमा तेरी महान।
बिगड़ी तेरी बनाएगा नाम गणपति का।
गणपति जी गणेश नू मनाइये।
विघ्न विनाशक नाम है गणराज तुम्हारा।
उत्सव रच्यो है म्हारे आंगने।
इसके अलावा भी अनेक गणेश जी के भजन लिरिक्स भजन डायरी की इस वेबसाइट और भजन डायरी एप्प पर उपलध है जिन्हे आप देख सकते है।
मुझे विश्वास है की टॉप 10 गणेशजी भजन लिरिक्स – Top 10 Ganesh Vandana Lyrics की ये पोस्ट आपको पसंद आई होगी। कृपया अपने मित्रों और भजन प्रेमियों तक इसे शेयर जरूर करे। जय श्री गणेश जी महाराज।
भजन डायरी से आपका मित्र –
शेखर मौर्य।