त्रिलोकपुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
जो तेरी ज्योत जगाएं,
चरणो मे शीश झुकाए,
मुंह मांगा फल वो पाए,
तूने बिगड़ा भाग्य बनाया माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
लगे तेरे भवन पे मेले,
नाचे भक्त तेरे अलबेले,
लग रहे तेरे जयकारे,
दुनिया दर्शन को आई माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
भक्तो के दुखड़े हरती,
सबके भंडारे भरती,
तू सबकी रक्षा करती,
जो तेरी शरण में आया माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
करू पुष्प तुझे में अर्पित,
मेरा जीवन तेरे समर्पित,
‘सिंगला’ है तेरा बालक,
ये भी दर्शन को आया माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
त्रिलोकपुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ,
त्रिलोक पुर भवन बनाया,
तेरी जय हो बाला सुन्दरी माँ।।
गायक / प्रेषक – दिनेश सिंगला।
9215199895
https://youtu.be/hdIbyIFQyNY