तू बोल कोयल बोल साँची,
दोहा – रामा सामा आवजो,
कलयुग बोह्त करूर,
अर्ज करू अजमाल रा,
हेलो संभालाजो हजूर।
तू बोल कोयल बोल साँची,
म्हारो बाबों कदे आसी,
तू सदेसो बाबा रो लाशी,
थारी चोंच सोना में मंड जासी।।
ओ मास भादवो लागो,
महारो मनडा रूणिशा में लागो,
मने जन्म मरण भाव भागो,
माहरो सरन सितार में लागो,
तू बोल कोयल बोल साची,
महारो बाबो कद आसी।।
ओ रिम झीम मेव लो बरसे,
महरो मनडो दर्शन ने तरसे,
मने रात रे सपना में दिसे,
म्हारो बाबो दिल में बसे,
तू बोल कोयल बोल साची,
महारो बाबो कद आसी।।
मैं काला काग उड़ाऊ,
म्हारे मन डे किया समझाऊ,
बाबा रा पगलिया पूजाऊ,
में पैदल रूणिसा आऊ,
तू बोल कोयल बोल साची,
महारो बाबो कद आसी।।
ऐ भक्त उन्दू कसमीर जावे,
जन्म भूमि रा दर्शन पावे,
ऐ बालाच हुकमाराम जी आवे,
संग लूणाराम जी सरनेे आवे,
ओ मेघा बालाच गुण गावे,
ऐ जोगसा म्यूजिक बजावे,
तू बोल कोयल बोल साची,
महारो बाबो कद आसी।।
तू बोल कोयल बोल सांची,
म्हारो बाबों कदे आसी,
तू सदेसो बाबा रो लाशी,
थारी चोंच सोना में मंड जासी।।
गायक – मेघा बालाच।
देवपुरा जाजवा। 9521749016
https://youtu.be/CQn4CgLmrko