तू हारे का सहारा है,
जय जय जय श्री श्याम बोलो,
जय जय जय श्री श्याम,
जय जय जय श्री श्याम बोलो,
जय जय जय श्री श्याम।।
तर्ज़ – उड़जा काले कावाँ।
खाटू में मैं आया बाबा,
अब ना जाऊँगा,
सारी ज़िंदगी चरणों में तेरे,
मैं बिताऊँगा,
झूठे सारे रिश्ते नाते,
तू सच्चा है बाबा,
मेरी भी सुन लो बाबा,
में भी आवाज़ लगाता,
तू सबका सहारा है,
हाँ मैंने भी पुकारा है,
तू हारे का सहारा है,
हाँ मैंने भी पुकारा है।।
जबसे तेरे दर पे आया,
सब कुछ पाया है,
तुमने श्याम बाबा मेरा,
मान बढ़ाया है,
जो भी तेरे दर पे आता,
झोली भर ले जाता,
हाथ जोड़ के खड़ा में बाबा,
ये आवाज़ लगाता,
तू सबका सहारा है,
हाँ मैंने भी पुकारा है,
तू हारें का सहारा हैं,
हाँ मैंने भी पुकारा है।।
तोरण द्वार पे आकर ये,
एहसास होता है,
मुझको लगता बाबा मेरे,
पास होता है,
मीत बाबा तुझको रिझाये,
तेरे भजन बनाता,
हाथ सिर पे रखदो अपना,
तेरी महिमा गाता,
तू सबका सहारा है,
हाँ मैंने भी पुकारा है,
तू हारें का सहारा हैं,
हाँ मैंने भी पुकारा है।।
गायक / लेखक – मीत लाडला।
9017147153