तू हारे का सहारा रे,
हम हारे हारे हारे,
ओ खाटू वाले,
ओ खाटू वाले,
तू हारे का सहारा रें।।
तर्ज – बनाके क्यों बिगाड़ा रे।
हम दुनिया से हार गए है,
नहीं किसी का प्यार मिला,
तेरे भरोसे दुखिया दिल को,
जीने का आधार मिला,
आस बंधी है प्रीत जगी है,
हम हारे हारे हारे,
ओ खाटू वाले,
ओ खाटू वाले,
तू हारे का सहारा रें।।
पाप हमारे माफ़ करो तुम,
हम भोले नादान है,
हारे हुए को जीत दिलाना,
श्याम तेरी पहचान है,
राह दिखा दो,
बिगड़ी बना दो,
हम हारे हारे हारे,
ओ खाटू वाले,
ओ खाटू वाले,
तू हारे का सहारा रें।।
‘चोखानी’ कहे हम दिनो के,
जीवन का उद्धार करो,
‘गौतम’ की नैया तेरे हवाले,
भव सागर से पार करो,
तू ही माझी तू ही साथी,
हम हारे हारे हारे,
ओ खाटू वाले,
ओ खाटू वाले,
तू हारे का सहारा रें।।
तू हारे का सहारा रे,
हम हारे हारे हारे,
ओ खाटू वाले,
ओ खाटू वाले,
तू हारे का सहारा रें।।
स्वर – गौतम राठौर