जब तक सांसे चलेगी,
तुझको चाहूंगा श्याम,
तू ही जिगर धड़कन तू ही,
तू ही मेरा यार।।
मेरी धड़कन में बसते हो श्याम,
मेरी सांसो में रमते हो श्याम,
दिल की दरिया में बहते हो श्याम,
जिंदगी बस ये है तेरे नाम,
जब भी डूबी है नैया,
करता है तू ही पार,
तू ही जीगर धड़कन तू ही,
तू ही मेरा यार।।
हारे का तू सहारा बना,
पलको का है सितारा बना,
जिंदगी में नही था कोई,
तेरा ही जब सहारा मिला,
जब तक जीऊंगा मैं तो,
करता रहूं दीदार,
तू ही जीगर धड़कन तू ही,
तू ही मेरा यार।।
तेरी रहमत के किस्से सुने,
सुनके मैं भी गया तेरे द्वार,
तूने दिखलाई थी तब मुझे,
जिंदगी की नयी एक राह,
गाऊ तेरी ही महिमा,
‘शर्मा’ को देना प्यार,
तू ही जीगर धड़कन तू ही,
तू ही मेरा यार।।
जब तक सांसे चलेगी,
तुझको चाहूंगा श्याम,
तू ही जिगर धड़कन तू ही,
तू ही मेरा यार।।
गायक / लेखक – प्रवीन लख्खा।
8814000072