तू श्याम रिझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
कट जाए सभी फंदे,
कट जाए सभी फंदे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रिझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।
तर्ज – आ लौट के आजा मेरे मीत।
जिसने पुकारा माँगा सहारा,
उसका ही जीवन सवारा,
जिसने पुकारा माँगा सहारा,
उसका ही जीवन सवारा,
अर्जी लगा दो सबकुछ बता दो,
कहना ना पड़ता दोबारा,
थामे वो तेरे कंधे,
थामे वो तेरे कंधे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रीझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।
दर दर क्यों भटके,
माथा क्यों पटके,
खाए क्यों दुनिया के झटके,
दर दर क्यों भटके,
माथा क्यों पटके,
खाए क्यों दुनिया के झटके,
आजा शरण में श्याम चरण में,
तेरे मिटे सारे खटके,
चल जाए काम धंधे,
चल जाए काम धंधे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रीझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।
मांगो उसी से जो देदे ख़ुशी से,
बतलाए भी ना किसी से,
मांगो उसी से जो देदे ख़ुशी से,
बतलाए भी ना किसी से,
देना ही जाने कहना भी माने,
लेता ना वापस किसी से,
इनको पटा ले बन्दे,
इनको पटा ले बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रीझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।
जी भर के गाले श्याम रिझाले,
अपना इसे तू बना ले,
जी भर के गाले श्याम रिझाले,
अपना इसे तू बना ले,
बिन्नू यूँ बोले फिर होले होले,
जीवन में छाए उजाले,
होंगे कभी ना मंदे,
होंगे कभी ना मंदे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रीझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।
तू श्याम रिझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
कट जाए सभी फंदे,
कट जाए सभी फंदे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए,
तू श्याम रिझा बन्दे,
तेरी बिगड़ी सवर जाए।।